education system in india
आज मेरे पास एक व्हाट्सअप पर वीडियो आया जो की Patni सर का था जिसमे उन्होंने केस स्टडी बताई है की हमारे देश भारत के बारे में एप्पल के फाउंडर स्टीव वॉज़ जो इसी नाम से प्रसिद्ध है ने , भारत के बारे में टिप्पड़ी की है की भारत कभी भी एन्टेर्प्रेनुर का देश नहीं बन सकता क्योकि यहाँ के लोग सिर्फ अपनी पड़े पर ध्यान देते है और भारत में कमर्सिअल एजुकेशन नहीं दी जाती है जबकि हमारे पडोसी चीन , वियतनाम , जापान, कोरिया जैसे देश हमसे टेक्नोलॉजी में आगे है क्योकि वहाँ की शिक्षा ही ऐसी है जबकि भारत में सिर्फ नंबर पर जोर दिआ जाता है , आप अपने से प्रश्न करे की क्या कभी आपने अपने बच्चे को स्कूल से दिए हुआ प्रोजेक्ट उसे करने दिए है या बाजार से जाकर किसी एक्सपर्ट से या आपके द्वारा वह प्रोजेक्ट किआ गया होगा ताकि कल जब स्कूल में उसका प्रोजेक्ट दिखाया जाये तो टीचर और बच्चा दोनों खुश हो जाये १
आज यही विडंबना है की भारत के लोग ये सोचकर खुश होते है की देखो इंद्रा नूरी, या सत्यम नडेला या कोई अन्य देखो अमेरिका में इस संस्थामें में उच्च पदों पर असिन है पर सच्चाई ये है की इन सब्जी लोगो ने भारत से बहार जाकर ही शिक्षा प्राप्त की तभी वो यहाँ तक पहुंचे है, इसलिए सभी भारत वासिओ को यह सोचना पड़ेगा की भारत में कमर्सिअल शिक्षा को किस प्रकार से बढ़ावा दिआ जाये और वर्तमान सर्कार ने इस सन्दर्भ में काफी कदम उठाये है , जिसमे स्टार्टअप इंडिया ,मेक इन इंडिया ,और कई योजनाए चलाई है , परन्तु इसे हमें अपने बच्चो को छोटे से ही व्यावसायिक शिक्षा पर जोर देना होगा तभी भारत में सही मायने में विश्व गुरु कहलाने लायक होगा।
जय हिन्द
आपका मित्र
विनय सेंगर
आज यही विडंबना है की भारत के लोग ये सोचकर खुश होते है की देखो इंद्रा नूरी, या सत्यम नडेला या कोई अन्य देखो अमेरिका में इस संस्थामें में उच्च पदों पर असिन है पर सच्चाई ये है की इन सब्जी लोगो ने भारत से बहार जाकर ही शिक्षा प्राप्त की तभी वो यहाँ तक पहुंचे है, इसलिए सभी भारत वासिओ को यह सोचना पड़ेगा की भारत में कमर्सिअल शिक्षा को किस प्रकार से बढ़ावा दिआ जाये और वर्तमान सर्कार ने इस सन्दर्भ में काफी कदम उठाये है , जिसमे स्टार्टअप इंडिया ,मेक इन इंडिया ,और कई योजनाए चलाई है , परन्तु इसे हमें अपने बच्चो को छोटे से ही व्यावसायिक शिक्षा पर जोर देना होगा तभी भारत में सही मायने में विश्व गुरु कहलाने लायक होगा।
जय हिन्द
आपका मित्र
विनय सेंगर
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें