कितने बाबा ......?
इसी सप्ताह बाबा आशाराम को जोधपुर न्यायलय द्वारा उम्र कैद की सजा सुने गई है 1 वैसे विगत वर्षो में काफी बाबा लोगो को इसी प्रकार सजा दी गई है 1 जिसमे बाबा रामपाल भी प्रसिद्ध है , पर यह एक सोचने का विषय है किआखिर हमारा समाज क्यों इन डोंगी बाबाओ के चक्कर में पड़ता है 1
अब यह आपके हाथ में है की आप अपने जीवन को कहाँ ले जाना चाहते है 1
जय हिन्द
विनय सेंगर
वैसे ये तो सभी जानते है की हमारे समाज में महिलाए ही इनसे ज्यादा प्रभावित होते है , वैसे मैंने देखा है की हमारे एक रिश्तेदार है जो की बाबा आशाराम के इस तरह से भक्त थे की एक बार मैंने जब उन्हें समझाने की कोशिश की तो उन्होंने मुझे ही नास्तिक बता दिया और कहा की आप यदि बाबा पर विश्वाश नहीं करते है तो प्लीज हमारे बापूजी के बारे में ऐसा न कहे 1मै यह सोचकर काफी आश्चर्य चकित था कि किस तरह एक WELL-
EDUCATED परिवार जिसमे MBA, BCA, BTECH , जैसी डिग्री लिए हुए बच्चे किस प्रकार बाबाओ के चक्कर में पड़े हुए है 1 यह हमारे समाज की विडंबना ही है 1 हम किस तरह के समाज में रह रहे है जो बच्चो के साथ हुए बलात्कार को भी सही ठरहने की कोशिश कर रहा है 1 न्यायलय द्वारा सभी सबूतों और जिरह के उपरांत ही बाबा को सजा दी गई है परन्तु अँधा समाज अभी भी आँखों पर पट्टी बांधे है 1 ये बाबा लोग अपने सत्संग में एसी बाते बताते है जो शायद हम अपने बुजर्गो दादी दादा ,नानी नाना आदि से सुनते आते है 1 ये सभी बाते शायद हम अपने धार्मिक ग्रंथों में भी पड़ते सुनते आये है और भगवत गीता तो अपने आप में सम्पूर्ण है 1 और हमारे समाज में अपने आप को ज्यादा धार्मिक जताने की कोशिश में इन बाबाओ का अनुशरण करने लगते है 1 हम यह क्यों नहीं सोचते की यदि हमें किसी का अनुशरण ही करना है तो वो हमारे राम , व कृष्ण भगवन है , भक्ति करनी है तो भगवन हनुमान है जो सब कुछ छोड़कर श्री राम की भक्ति में लगे रहे 1 वैसे हम उपरोक्त भगवानो के द्वारा कही गई मात्र 1% बात का भी अनुशरण करे तो इन बाबाओ के चक्कर में पड़ने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी 1
वर्तमान में स्वामी विवेकानद, कबीर इत्यादि का अनुशरण की आवश्यकता है न की इन बाबाओ केअब यह आपके हाथ में है की आप अपने जीवन को कहाँ ले जाना चाहते है 1
जय हिन्द
विनय सेंगर
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