मज़बूरी..???
आज मैंने एक कहानी सुनी ! जिसे मै आपके साथ शेयर करना चाहता हू ! एक लड़की थी जो काफी दिनों के बाद स्कूल आई थी , जिस पर उसकी टीचर ने उसे काफी डाटा और सजा दी , अगले दिन लड़की सही समय पर स्कूल पहुची , जिस पर स्कूल टीचर ने उसकी पिट थपथपाई और शाबाशी दी , इसके अलावा सभी बच्चो को समझाया की देखो की कल दी गई सजा के कारण आज शीतल 1 हा शायद उसका नाम शीतल ही था1, सही समय पर स्कूल पहुची है!
इस पर शीतल ने अपनी टीचर को बताया की मेरी माँ जो की पिछले 15 दिनों से बीमार थी और हॉस्पिटल में भर्ती थी मै रोज उन्हें सुबह उठकर खाना बनाकर हॉस्पिटल उन्हें देने जाती थी , मेरा कोई भाई भी नहीं है जो उनकी देखभाल कर सके इसलिए ,वही रूककर उनकी देखभाल करती थी इसलिए स्कूल नहीं आ सकी , पर अब कोई दिक्कत नहीं है क्योकि डॉक्टर के काफी प्रयास के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका , अब सुबह उठकर मुझे उनके लिए खाना नहीं बनाना पड़ता है , इसलिए आज के बाद में समय से स्कूल आ सकुंगी. यह सुनकर क्लास में ऐसा कोई नहीं था , जिसकी आंखे नम न हुई हो . परन्तु क्लास टीचर एकदम सतब्ध थी और मन ही मन शीतल की सहनशीलता की सराहना कर रही थी !
जय हिन्द
आपका विनय सेंगर
इस पर शीतल ने अपनी टीचर को बताया की मेरी माँ जो की पिछले 15 दिनों से बीमार थी और हॉस्पिटल में भर्ती थी मै रोज उन्हें सुबह उठकर खाना बनाकर हॉस्पिटल उन्हें देने जाती थी , मेरा कोई भाई भी नहीं है जो उनकी देखभाल कर सके इसलिए ,वही रूककर उनकी देखभाल करती थी इसलिए स्कूल नहीं आ सकी , पर अब कोई दिक्कत नहीं है क्योकि डॉक्टर के काफी प्रयास के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका , अब सुबह उठकर मुझे उनके लिए खाना नहीं बनाना पड़ता है , इसलिए आज के बाद में समय से स्कूल आ सकुंगी. यह सुनकर क्लास में ऐसा कोई नहीं था , जिसकी आंखे नम न हुई हो . परन्तु क्लास टीचर एकदम सतब्ध थी और मन ही मन शीतल की सहनशीलता की सराहना कर रही थी !
जय हिन्द
आपका विनय सेंगर
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