basic knowledge of mutual fund....
म्यूच्यूअल फंड का नाम आते ही लोगो के मन में UTI का नाम आता है परन्तु यह समझ में नहीं आता है की ये क्या है वैसे आज भी म्यूच्यूअल फण्ड कम्पनी म्यूच्यूअल फण्ड क्या है ,इसके बारे में प्रचार कर रही है ! कंपनी यह भी बता रही है की आप मिनिमम कितना इन्वेस्ट कर रहे हो !आपको यह बताना भी आवश्यक है की आज जब लोगो अपनी सोशल सिक्यूरिटी को लेकर बहुत ज्यादा जागरूक तो है पर उन्हें यह नहीं पता की वो कहाँ इन्वेस्ट करे उनके पास अभी भी ट्रेडीसनल इन्वेस्टमेंट के टूल्स के बारे में ही जानकारी है जैसे की पोस्टल स्कीम , किसान विकास पत्र, बैंक एक .डी. इसके अवाला अगर कुछ और तो वो है L.I.C हाँ आपको जानकर हैरानी नहीं होगी की भारत की अधिसंख्य आबादी अभी भी इन्सुरेंस को इन्वेस्टमेंट ही मानते है ! जबकि ऐसा बिलकुल भी नहीं है हमें इन्वेस्टमेंट और इन्सुरेंस को बिलकुल अलग रखना चाहिए !
सौजन्य से :- क्रिएटिव कॉमन इमेज
सामान्यत: म्यूच्यूअल फण्ड के जरिये हम किसी कंपनी के का कुछ हिस्सा खरीदते है जिन्हें हम यूनिट खरीदते है जो की उस फण्ड की एन.ए.वी. पर निर्भर करता है , आप इसे ऐसे समझ सकते है की एक प्लाट है जिसको आप धीरे धीरे खरीदते है और एक निश्चित राशि के साथ खरीदते है और उस प्लाट के रेट कम ज्यादा होते रहते है पर आप पर ज्यादा असर नहीं पड़ता है , क्योकि आप धीरे धीरे खरीद रहे है और औसत करते जा रहे है ! म्यूच्यूअल फण्ड के जरिये आप शेयर मार्किट में ही निवेश करते है परन्तु कम जोखिम के साथ और आपको यह भी बता दे की इसमें एंट्री और एक्सिट लोड (व्यय) जिसे आप खरीदते और बेचते समय देते है वह भी शेयर मार्केट में लगाने वाले ब्रोकरेज से कम होता है ! इसलिए यदि आप शेयर मार्किट के बारे में नहीं जानते है तो आपको म्यूच्यूअल फण्ड एक बेहतर विकल्प के तौर पर ले सकते है !
म्यूच्यूअल फण्ड के कई प्रकार होते है जिन्हें आप डाइवर्सिफाइड , बैलेंस, ग्रोथ , लार्जकैप , मिडकैप , फार्म फण्ड जैसे फण्ड का नाम सुनेंगे परन्तु आपको भ्रमित होने की आवशयकता नहीं है आपको मोटा मोटी बता दे की डाइवर्सिफाइड फण्ड में आपका पैसा विभिन्न कंपनियों में लगाया जाता है इसी प्रकार अपने नाम के अनुसार ही कंपनियों में पैसा लगते है ! अब आप ये सोच रहे होंगे की ये पैसा कौन लगता है तो आपको बताता चलू की हर म्यूच्यूअल फण्ड का एक फण्ड प्रबंधक होता है जो आपके पैसे को शेयर मार्किट के लिस्टेड कंपनी में अपने विवेकानुसार लगते है और उन्हें इस मामले में महारत हासिल होती है !इसलिए आपको यदि म्यूच्यूअल फण्ड खरीदना है तो सबसे पहले फण्ड मेनेजर के बारे में जाने क्योकि अच्छा फण्ड प्रबंधक ख़राब प्रदर्शन करने वाले फण्ड को भी लाभ की स्थिति में ला सकता है ! यह भी कोई आवश्यक नहीं है की कम एन.ए.वी. वाले फण्ड को खरीदने से आपको फायदा होगा और वो आगे चलकर ज्यादा एन.ए.वी. वाला हो जायेगा और आप ज्यादा फायदा उठायेंगे !अत: आप फण्ड का पिछला प्रदर्शन देखकर म्यूच्यूअल फण्ड ख़रीदे !
सौजन्य से: विकिपीडिया कॉमन
उपरोक्त दर्शाए गए चित्र से आप म्यूच्यूअल फण्ड में पैसे के फ्लो को देख सकते है ! जैसा की आपको ऊपर समझाया गया है! म्यूच्यूअल फण्ड में आप सिप के जरिये पैसा निवेश कर सकते है जिसे सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान कहते है और लमसम पैसा भी डाल सकते है पर SIP के जरिये फण्ड खरीदना ज्यादा फायदेमंद है !म्यूच्यूअल फण्ड में लोगो का यह सोचना भी होता है की जरुरत पड़ने पर पैसा कैसे निकालेंगे तो आपको जानकर आश्चर्य होगा की मात्र तीन वोर्किंग दिनों में पैसा आपके अकाउंट में क्रेडिट हो जाता है जब आप पैसा निकलने की एप्लीकेशन देते है और यदि ऑनलाइन करते है तो आपको कही जाने की आवश्यकता भी नहीं है अपने मोबाइल या लैपटॉप से भी आप पैसा निकलने की रिक्वेस्ट दे सकते है जिसे आपके पंजीकृत मोबाइल पर आये OTP से वेरीफाई करके पैसा आपके अकाउंट में डाल दिया जाता है ! अब समस्या यह अती है की म्यूच्यूअल फण्ड कहा से ख़रीदे तो आपको बताते है कि सभी अच्छे बैंक म्यूच्यूअल फण्ड बेचते है जैसे कि SBI, ICICI, और HDFC परन्तु इनके अलावा कर्वी , सी.ए.एम्.एस., मोतीलाल ओसवाल , रिलान्स इत्यादि प्रमुख है .,जहाँ से आप म्यूच्यूअल फण्ड खरीद सकते है ! आशा करता हूँ कि आपको यह सामान्य जानकारी अच्छी लगी होगी और आपको म्यूच्यूअल फण्ड के बारे में कुछ समझ में आया होगा तो फिर देर कैसी अभी जाइये और खरीद लीजिये एक म्यूच्यूअल फण्ड !
जय हिन्द
आपका विनय सेंगर
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