नेशनल पेंशन स्कीम ...एक नजर में
भारत में सन जनवरी 2004 से पहले सोशल सेक्युरिटी के नाम पर कोई योजना नहीं थी 1 इस पर भारत सरकार की पेंशन निधि विनायक और विकास प्राधिकरण के संरक्षण में एक योजना ली गई थी जिसे एन.पी.एस. नाम दिया गया और इसे भारत सरकार ने जनवरी 2004 के बाद सेवा में नियोजित सभी कार्मिको पर लागू किया गया 1इसमें एक बात यह ध्यान देने योग्य है की इसे भारत की सशत्र बलों पर लागू नहीं किया गया 1
एन.पी.एस. की कुछ बेसिक जानकारी आपको उपलब्ध करवाने की कोशिश कर रहा हूँ 1 एन.पी.एस.में जो जो वर्तमान में सरकारी व प्राइवेट दोनों संगठनो में लागू की गई है इसमें आपके वेतन का 10% कार्मिक से तथा 10 % नियोजक द्वारा शेयर किया जायेगा 1 इस स्कीम में आपका पैसा शेयर मार्किट में लगाया जायेगा और परिक्वता पर आपको 40 % पैसा देने के बाद 60% पैसा अन्युटी में डाला जायेगा जो की आपके अंतिम समय पर मार्किट के रेट पर निर्भर करेगा 1 वैसे सरकार द्वारा प्राण कार्ड जरी किया जाता है जिसमे आपके पैसो का हिसाब किताब रखा जाता है 1 वैसे ZEE बिज़नस न्यूज़ चैनल द्वारा किये गए शोध द्वारा यह निष्कर्ष निकाला गया है की बाज़ार में इससे भी अच्छे निवेश के टूल उपलब्ध है 1
NPS के खिलाफ लगभग सभी सरकारी कर्मचारी संगठनो द्वारा मोर्चा खोला गया है 1 इस पर NDTV की एक एक्सक्लूसिव रिपोर्ट भी आयी थी जिस पर दिखाया गया की किस प्रकार केंद्रीय /राज्य कर्मचारियों द्वारा OPS (ओल्ड पेंशन स्कीम ) लागु करने हेतु दिल्ली में धरना प्रदर्शन किया गया 1 NPS को लेकर संशय सरकारी कर्मचारियों में इसलिए भी है की देश के सांसद /विधायक भी OPS में ही कवर्ड है न की NPS में और फिर क्या कारण है की देश की सेना भी OPS ही लेती है 1 NPS जिन कार्मिको पर लागु है उन्हें GPF भी लागू नहीं है 1
पहले NPS में पैसा नहीं निकाल सकते थे पर बाद में पेंशन निधि विनायक और विकास प्राधिकरण द्वारा एक संसोधन लाया गया जिसमे कुछ शर्तो के साथ लिमिटेड पैसा निकलने की अनुमति दी गई जिनमे बच्चो की उच्च शिक्षा , विवाह , कोई रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी तथा सीरियस बीमारी पर जैसे कारण मुख्य है पर इसमें शर्त यह भी शामिल थी की आपने कम से कम तीन वर्षो तक निवेश किया हो साथ ही यह 25 % से ज्यादा नहीं होगा जो अपने निवेश किया हो 1 बाकी NPS और OPS की तुलना नहीं की जा सकती है क्योकि दोनों के अपने फायदे व नुकसान है , परन्तु ज्यादातर एजेंसिया NPS को OPS से बेहतर नहीं मानती है 1 NPS में एक और दिक्कत यह है कि CAPF में कार्मिक 60 वर्ष से कम समय पर रिटायर हो जायेंगे तब उनका क्या होगा इस पर अभी तक कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है क्योकि NPS में 60 वर्ष तक योगदान देना है यदि ये कार्मिक 56/57 वर्ष में रिटायर होंगे तो उनके बचे शेष योगदान का क्या होगा 1 अभी तक ज्यादातर कार्मिको को यह पता ही नहीं है की NPS में उन्हें लाभ है या हानि 1 वैसे सरकार को इस और ध्यान देने की आवश्यकता है , व अशंतुष्ट कार्मिको को समझाया जाये की यह पेंशन स्कीम किस प्रकार लाभदायक होगी और सांसदों व विधायकों को भी यह स्कीम अपने ऊपर लागु करनी चाहिए ताकि कार्मिको का मनोबल पर अनुकूल प्रभाव पड़े 1 आशा है यह बेसिक जानकारी से आपको कुछ ज्ञान अवश्य मिला होगा 1
जय हिंद
आपका विनय सेंगर
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