LOAN MANAGEMENT ...( उधार से कैसे बचे )
आज का विषय बहुत ही संवेदनशील है , क्योकि इसके आपका अपना , और अपने देश का हित जुडा हुआ है ! अभी हाल में आपने नीरव मोदी का , विजय माल्या आदि का केस देखा होगा की किस प्रकार लोन ने व्यक्ति विशेष के साथ ही देश, संस्था के साथ -साथ कई निवेशको को कंगाल बनाने में अहम् भूमिका निभाई , शायद आपको जानकारी न हो तो बताते चले की अकेले LIC को नीरव मोदी स्कैम से 2200 करोड़ का नुकसान हुआ है क्योकि PNB में तथा अन्य सरकारी बैंक में LIC की अच्छी -खासी होल्डिंग थी जिनके शेयर के रेट गिरने से LIC को यह नुकसान हुआ ! यह बात तो राष्ट्रीय स्तर पर थी, लेकिन जब हम व्यक्तिगत उधारी की बात करते है तो सबसे छोटे स्तर पर क्रेडिट कार्ड का उधार होता है ! तो आज आपको इसी विषय पर चर्चा और टिप्स बताने की कोशिश करूँगा की किस प्रकार आप अपना उधार प्रबंधन करे !
चित्र सौजन्य से: कामन क्रिएटिव
1) सबसे पहले आप अपने लोन की लिस्ट बना ले जिसमे आपको पता चल सके की अपने कौन -कौन से लोन ले रखे है , जैसे की पर्सनल लोन , एजुकेशन लोन , होम लोन , क्रेडिट कार्ड लोन , गोल्ड लोन , इसी प्रकार से यदि कोई अन्य लोन हो तो उसकी सूची बना ले ,इसमें आपको यह सूची रेट ऑफ़ इंटरेस्ट को ध्यान में रखते हुए बनाये !जैसे की होम,एजुकेशन , गोल्ड, पर्सनल फिर क्रेडिट कार्ड लोन , जिससे आपको पता चल सके की आपको पहले किस लोन को भरना है जिसका इंटरेस्ट ज्यादा हो उसे पहले समाप्त करने की कोशिश करे बाकि को मिनिमम पेमेंट आप्शन पर पे करे !
2) आपको पता होगा की आप जब कोई लोन की EMI भरते है, तो उसे कुछ ज्यादा करके भरने को कोशिश करे क्योकि आपको जानकर हैरानी होगी की यदि आप अपनी EMI दुगनी करे तो आपका लोन भरने का समय 1/3 हो जाता है इसी कारण लोन का रीपेमेंट करने में अपनी पूरी क्षमता लगा दे !
3) जब आप अपने घर को सही से देखेंगे तो आपको पता चलेगा की आपके घर में कई ऐसा सामान है जिसे आप उसे नहीं करते है तो आप इस प्रकार के सामान को बेचकर 2/3 EMI तो आराम से निकाल सकते है ! जैसे कोई पुराना रेडियो , लैपटॉप , मोबाइल फ़ोन , कोई पुराना बेड या सोफा आदि आप इन्हें आसानी से OLX/ QUICKR पर बेच सकते है !
4) आप और आपकी पत्नी दोनों कमाते है तो आप एक की पूरी सेलरी को लोन रीपेमेंट में लगा सकते है इसके साथ ही आप अपनी इनकम के सोर्से भी बनाये , जैसे की सप्ताहांत में टूर गाइड , या टैक्सी ड्राइविंग या इवेंट मैनेजमेंट, या ट्यूशन आदि ! इसके अलावा आप अपने खर्चो पर लगाम लगा सकते है ताकि एक्स्ट्रा सेविंग हो सके !आप रेस्टोरेंट की जगह घर पर खाना खाए , कार पूल करे , या ऑफिस बस से जाए जब तक आपका लोन न निपट जाये !
चित्र साभार :- FLICKER.com
5)आपके यदि आपकी कम्पनी से कोई इंसेंटिव या बोनस आदि मिलता है तो आप इसका उपयोग छुट्टियों / में घुमने फिरने में न लगाकर लोन पेमेंट करने में ही लायगे !जबसे महत्वपूर्ण बात यह है की आप सभी प्रकार के लोन की EMI समय पर भरे क्योकि ये आपका CIBIL स्कोर ख़राब करता है , जिससे भविष्य में आपको काफी दिक्कत हो सकती है ! पर क्रेडिट कार्ड से जब तक संभव हो तब तक लोन न ले क्योकि क्रेडिट कार्ड का गलत इस्तेमाल आपको कंगाल बना सकता है साथ ही अनावश्यक खर्चो को भी प्रेरित करता है ! इसलिए अपने बजट के अनुसार ही खर्च करे !
अंत में आपको यही सलाह दूंगा की आप एक आकस्मिक (इमरजेंसी) फण्ड बनाये और उसमे एक निश्चित राशि हर माह जमा करे ताकि आपके बुरे समय में या लोन लेने की अवस्था में ये फण्ड आपको मदद करता है , और यदि फिर भी आपको जरुरत हो तो आप अपने मित्र / परिवार से पैसा ले सकते है जो की इंटरेस्ट फ्री होता है ! भारत में अभी भी लोग हेल्थ इन्सुरेंस के प्रति सजग नहीं है आप अवश्य एक अच्छी कंपनी जैसे अपोलो मिनिक , मैक्स बूपा, रेलिगेयर आदि से हेल्थ इन्सुरेंस ले सकते है क्योकि एक बड़ी बीमारी आपकी पूरी सेविंग को साफ कर सकती है जिससे आपको लोन लेने की आवश्यकता पड़ती है ! अंत में एक बात याद रखे की विश्व के सबसे बड़े इन्वेस्टर वारेन बफेट का कहना है की" क्रेडिट कार्ड (लोन) से दूर रहे और स्वयं में निवेश करे "! आशा करता हूँ, की आपको लोन के से बेसिक समझ में आये होंगे !
जय हिन्द
आपका विनय सेंगर
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